मुरादाबाद (डेस्क) ग्रहमंत्री अमितशाह को सदन में दलित,शोषित और पिछड़ों के मसीहा संविधान के निर्माता बाबा भीम राव अम्बेडकर की शान में की गईं अपमानजनक टिप्पणी का खमियाजा भुगतना पड़ेगा। बाबा भीमराव अंबेडकर नहीं होते तो खुद गृहमंत्री के पद पर बैठे अमित शाह सदन तक पहुंचाने के काबिल नहीं बन पाते । यह बात पूर्व सांसद गिरीश चंद ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने कहा की आज उनके द्वारा बाबा साहेब के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग करने से दलित समाज अनुयायीयों के सम्मान को ठेस पहुंची है। जिसके विरोध में आज पूरा दलित और पिछड़ा समाज एक प्लेटफार्म पर है।उन्होंने दलित और शोषित समाज के लोगो से बाबा साहब के किए गए अपमान को लेकर ग्रहमंत्री पद से त्यागपत्र देने की बात कही । जिसको गृहमंत्री रहते हुए संविदान के निर्मता के सम्मान का महत्व नहीं पता उसे देश के ऐसे जिम्मेदार पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा निष्कासन करने वाली बात पर बोले बहन जी ने मुझे निकाला है मैं खुद को आज भी बसपा का सिपाही मानता हूं। पार्टी के कुछ लोगों ने बहन जी को भ्रमित कर दिया है जिसको लेकर बहन जी ने जल्दबाजी में यह फैसला लिया है। जरूरी नहीं गलती छोटों से होती है, गलती बड़ों से भी हो सकती है। शायद समय रहते बहन जी को अपने फैसले पर विचार करना पड़े। मैं अब समाज के लोगों के लिए काम करूंगा ।
बसपा से निष्कासित हुए पूर्व सांसद गिरीश चंद ने देश के गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर बरसे।
